Everything about shiv chalisa lyrics in english
Everything about shiv chalisa lyrics in english
Blog Article
वटाधोनिवासं महाट्टाट्टहासं महापापनाशं सदासुप्रकाशम् ।
अस्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण॥
जय गिरिजा पति दीन दयाला। सदा करत सन्तन प्रतिपाला॥
थोड़ा जल स्वयं पी लें और मिश्री प्रसाद के रूप में बांट दें।
अन्त धाम शिवपुर में पावे ॥ कहैं अयोध्यादास आस तुम्हारी ।
नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे। सागर मध्य कमल हैं जैसे॥
अर्थ- हे प्रभु वैसे तो जगत के नातों में माता-पिता, भाई-बंधु, नाते-रिश्तेदार सब होते हैं, लेकिन विपदा पड़ने पर कोई भी साथ नहीं देता। हे स्वामी, बस आपकी ही आस है, आकर मेरे संकटों को हर click here लो।
किया तपहिं भागीरथ भारी । पुरब प्रतिज्ञा तासु पुरारी ॥
शंकरं, शंप्रदं, सज्जनानंददं, शैल – कन्या – वरं, परमरम्यं ।
शिवाष्टक स्तोत्र का पाठ करने के फायदे
शिव भजन
कर त्रिशूल सोहत छवि भारी। करत सदा शत्रुन क्षयकारी॥
आप जलंधर असुर संहारा। सुयश तुम्हार विदित संसारा ॥
जो यह पाठ करे मन लाई। ता पर होत है शम्भु सहाई॥